देहरादून, राजकीय अस्पताल, प्रेमनगर में संविदा पर तैनात एंबुलेंस चालक की आत्महत्या के मामले में पुलिस ने अस्पताल के प्रभारी सीएमएस के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। आरोप लगे हैं कि उन्हें आत्महत्या के लिए उकसाया गया है। सीएमएस पर ये भी आरोप हैं कि उन्होंने कई महीने से एम्बुलेंस चालक का वेतन जारी नहीं होने दिया। सरकारी आवास खाली करने के लिए भी उन पर दबाव बनाया। 5 अप्रैल की शाम को राजकीय अस्पताल प्रेमनगर के सरकारी आवास में रहने वाले यशवंत सिंह गुसांई ने फांसी लगा ली थी। घटना के समय उनके अलावा आवास पर कोई मौजूद नहीं था। शाम के समय पत्नी और बेटा बाहर घूमने गए थे। लौटने पर पत्नी को पता चला तो उन्होंने प्रेमनगर थाना पुलिस को सूचना दी। पंचायतनामा की कार्रवाई के दौरान मृतक की जेब से पुलिस ने सुसाइड नोट बरामद किया। मृतक ने मौत का कारण अस्पताल के प्रभारी सीएमएस डा. राजेश कुमार अहलूवालिया को ठहराया।