सस्ती शराब को लेकर सरकार पर हमला, देवभूमि को शराब प्रदेश बनाना चाहती भाजपा

-भाजपा सरकार में देवभूमि उत्तराखण्ड शराब प्रदेश बनने की ओर अग्रसरःप्रीतम सिंह

देहरादून 23 फरवरी, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष  प्रीतम सिंह ने उत्तराखण्ड सरकार के मंत्रिमण्डल की बैठक में प्रदेष में शराब सस्ती किये जाने के फैसले का कड़ा विरोध किया है। उन्होंने उत्तराखण्ड मंत्रिमण्डल के इस निर्णय को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि राज्य सरकार की आबकारी नीति पूर्ण रूप से शराब माफिया को संरक्षण देने, शराब की तस्करी को बढ़ावा देने तथा उत्तराखण्ड के गांवों में हर घर तक षराब पहुंचाने वाली है।  जारी बयान में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह  ने कहा कि एक ओर भाजपा सरकार आम जरूरत की चीजों रसोई गैस सिलेण्डर, परिवाहन निगम की बसों के किराये की दरों में भारी वृद्धि कर आम जनता का षोशण कर रही है वहीं शराब को बढ़ावा देकर देवभूमि उत्तराखण्ड को शराब प्रदेष बनाकर लोगों के स्वास्थ्य से भी खिलवाड़ करना चाहती है। प्रीतम सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत द्वारा शराब कारोबार को कम करने का आष्वासन देने के बावजूद राज्य सरकार शराब को मोबाईल वैनों के माध्यम से घर-घर पहुंचाने का प्रयास कर उत्तराखण्ड को कलंकित कर रही है जिसकी कंाग्रेस पार्टी कड़े षब्दों में भर्तसना करती है। उन्होंने शराब और बीयर बार के लाइसेंस जारी करने का अधिकार आबकारी विभाग से हटाकर जिलाधिकारियों को दिये जाने को भी औचित्यहीन बताते हुए कहा कि इससे षराब माफिया को संरक्षण मिलेगा तथा आबकारी विभाग का सीधा नियंत्रण न होने से भ्रश्टाचार को बढ़ावा मिलेगा तथा अवैध शराब की बिक्री पर भी रोक नहीं लगाई जा सकती है। भाजपा सरकार द्वारा सत्ता मंे आते ही जिस प्रकार शराब माफिया के साथ गठजोड़ कर देवभूमि उत्तराखण्ड में घर-घर षराब पहुंचाने का काम किया हैं। राजधानी देहरादून, रूड़की एवं टिहरी में सरकार की नाक के नीचे घटी जहरीली षराब की घटनायें उसी का नतीजा है। उन्होंने कहा कि मंहगाई रोकने में पूरी तरह नाकाम भाजपा सरकार अपनी विफलता का बोझ आम जनता के कंधों पर बढ़ाती जा रही है। राज्य सरकार की जन विरोधी नीतियों के कारण जहां एक ओर राज्य का किसान बैंकों द्वारा कर्ज वसूली का दबाव बनाये जाने के कारण आत्महत्या को मजबूर हो रहे हैं वहीं अब राज्य सरकार की षराब नीति के कारण जनता को आन्दोलन के लिए मजबूर होना पडेगा।

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