ब्रांडेड कंपनियों की नकली दवाइयां बनाने वाला फैक्ट्री मालिक देवी दयाल गुप्ता निवासी अशोक विहार नार्थ वेस्ट दिल्ली को दून से किया गिरफ्तार

देहरादून, उत्तराखंड STF ने नकली दवा बनाने वाले फैक्ट्री संचालक देवी दयाल गुप्ता निवासी अशोक विहार नार्थ वेस्ट दिल्ली को दून से गिरफ्तार किया है  आरोपी सहसपुर क्षेत्र स्थित फैक्ट्री में कई ब्रांडेड कंपनियों के नाम की नकली दवाइयां बनाकर सप्लाई करता था. फैक्ट्री में ही डा. मित्तल नाम से लैबोरेट्रीज थी, जहां नकली दवा बनाई जाती थी. बताया जा रहा है कि अरेस्ट आरोपी की एसटीएफ को करीब एक माह से तलाश थी. इधर, एसटीएफ नकली दवाओं से जुड़े गिरोह के अब तक चार लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है.

जांच होगी, टीम का गठन 

STF के एसएसपी नवनीत सिंह भुल्लर के अनुसार नामी दवा कंपनियों ग्लेनमार्क, एल्केम, डा. रेड्डी आदि और सिरप के नकली रैपर, आउटर बाक्स, लेबल और क्यूआर कोड बनाए जाने की सूचना मिल रही थी. बताया, टीम का गठन कर इसकी जांच की गई. टीम ने एक जून को सेलाकुई क्षेत्र में छापा मारकर आरोपित संतोष कुमार निवासी ग्राम हसुलानी थाना कोपा जिला छपरा को राजा रोड बयांखाला स्थित एक मकान से गिरफ्तार किया था. उसकी निशानदेही से ब्रांडेड दवा कंपनियों के 658 व शराब कंपनियों के 386 फर्जी रैपर, स्टीकर और क्यूआर कोड बरामद किए.

डेढ़ करोड़ टैबलेट की कर चुका है सप्लाई 

एसटीएफ के एसएसपी ने बताया कि गिरफ्तार देवी दयाल गुप्ता वर्ष 2021 से 2025 तक करीब 1 करोड़ 42 लाख 30 हजार टैबलेट व लगभग 2 लाख नकली कैप्सूल बनाकर आरोपी नवीन बंसल को सप्लाई कर चुका है. नवीन बंसल की पंचकूला में रीलिन फार्मा टेक व बीकेम बायोटेक फर्म है.

इन नकली दवाईयों की कई स्टेट में गई आपूर्ति

-पेन्ट्रोप्रेजोल की करीब 50.86 लाख टैबलेट

-डिक्लोसिन एसपी की 15 लाख

-लिवोसिट्रिजिन की 7.70 लाख

-प्रोक्लोरपेजाइन की 33.93 लाख

-एल्मोडिपाइन की 25.54 लाख

-एसेक्लो पैरा की 6.05 लाख

-टेल्मीसर्टन की 4.50 लाख टैबलेट

-हरियाणा, भिवाड़ी राजस्थान में होती थी सप्लाई