–नए साल के जश्न के उपलक्ष्य में शराब पीकर वाहन चलाने वालों की अबकी बार रात हवालात में कटेगी
–पुलिस ने अपना एक्शन plan तैयार किया, अगले 15 दिनों तक जारी रहेगा अभियान
देहरादून, क्रिसमस और न्यू इयर के जश्न की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं. लोग सेलिब्रेशन की प्लानिंग में जुटे हैैं. लेकिन, हुड़दंंगियों के खिलाफ पुलिस ने भी अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं. साफ कहा गया है कि न्यू ईयर के जश्न में ड्रंक एंड ड्राइव, ओवर स्पीडिंग, हुड़दंगबाजी और रैश ड्राइविंग बिल्कुल नहीं चलेगी. बाकायदा, पुलिस अगले 15 दिनों तक यानि 16 से लेकर 31 की नाइट तक अलर्ट रहेगी. कहा गया है कि रात के वक्त ड्यूटी पर तैनात हर दरोगा के हाथ में एल्कोमीटर होगा. शराब पीकर वाहन चलाते पकड़े जाने पर आरोपी चालक को पूरी रात हवालात में गुजारनी पड़ सकती है.
टूरिस्ट्स को न हो दिक्कत, रहेगा फोकस
सोमवार को पटेल भवन में आयोजित गढ़वाल परिक्षेत्र की बैठक में आईजी राजीव स्वरूप ने इस बावत पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए. कहा, नववर्ष की संध्या पर होने वाले कार्यक्रमों के कारण सडक़ों पर जाम की स्थिति हो जाती है. बड़ी संख्या में टूरिस्ट उत्तराखंड में घूमने के लिए आते हैं. ट्रैफिक की प्रॉब्लम होने के कारण कई बार उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. ऐसे में सभी जिलों के एसएसपी व एसपी भीड़भाड़ वाले मार्गों, चौराहों को पूर्व से चिह्नित कर ट्रैफिक व्यवस्था को सुगम व सुचारू रखने के लिए अभी से पुलिस फोर्स की तैनाती करें. ये भी कोशिश रहे कि ओवर स्पीड वाले वाहनों के कारण किसी प्रकार की कोई भी दुर्घटना न होने पाए, इस पर फोकस किया जाए. वीसी के जरिए एसएसपी देहरादून अजय ङ्क्षसह, एसएसपी हरिद्वार प्रमेंद्र डोबाल, एसएसपी पौड़ी लोकेश्वर ङ्क्षसह, एसपी उत्तरकाशी सरिता डोबाल, एसपी चमोली सर्वेश पंवार, एसपी ट्रैफिक दून मुकेश ठाकुर, एसपी रूरल जया बलूनी, एएसपी टिहरी जोधराम जोशी, सीओ जिला रुद्रप्रयाग प्रबोध कुमार घिल्डियाल भी मौजूद रहे.
अवैध पब पुलिस रडार पर रहेंगे
आईजी गढ़वाल ने घरों में अवैध रूप से पब बनाकर लोगों को शराब परोसने वालों के खिलाफ कार्रवाई के लिए भी कहा है. कहा है कि देखने में आया है कि कई लोग विदआउट लाइसेंस घरों पर युवक-युवतियों को इनवाइट कर शराब परोसते हैं. इसका ताजा उदाहरण दून के कैंट कोतवाली क्षेत्र में देखने को मिला. ये पब पूरी तरह से गैर कानूनी हैं और बिना पुलिस को सूचित किए इन जगहों पर कभी भी कानून व्यवस्था बिगड़ सकती है.