–सचिव आपदा प्रबन्धन डा. रंजीत कुमार सिन्हा ने आपदाओं के कारण हुई क्षति की समीक्षा की
देहरादून, आपदाओं के कारण हुयी क्षति के आँकलन हेतु गृह मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा गठित अन्तरमंत्रालयस्तरीय केन्द्रीय दल का 8 से 11 अगस्त के मध्य हरिद्वार जनपद का भ्रमण कार्यक्रम प्रस्तावित है. आपदा सचिव ने इस बा वत तुलनात्मक अध्ययन के लिए सभी विभाग को हर मानसून अवधि में हुई क्षति का वर्षवार डाटा तैयार करने के निर्देश दिए हैं.
कृषि विभाग को फसलों की प्रोडेक्टिविटी लॉस की स्टडी के निर्देश
बताा गया है कि कृषि विभाग को आपदाओं के कारण फसलों की प्रोडेक्टिविटी लॉस के अध्ययन के भी निर्देश दिए गए हैं. सचिव आपदा ने सोमवार को सचिवालय में विभिन्न विभागों के साथ प्रदेश में हाल ही में आपदाओं के कारण हुई क्षति की समीक्षा की. सचिव ने जानकारी दी कि वर्तमान मानसून अवधि में राज्य में अतिवृष्टि, बाढ़ व अन्य आपदाओं के कारण हुयी क्षति के आँकलन हेतु गृह मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा गठित अन्तरमंत्रालयस्तरीय केन्द्रीय दल द्वारा 8 से 11 अगस्त के मध्य हरिद्वार जनपद का भ्रमण किया जाना प्रस्तावित है. उन्होंने हर विभाग से वर्तमान मानसून अवधि में हुई समस्त क्षतियों की जानकारी ली.
गाइडलाइंस में बदलाव को केंद्र से की जाएगी वार्ता
सभी विभागों को निर्देश दिए हैं कि इस मानसून अवधि में हुयी समस्त क्षतियों के श्रेणीवार विवरण तथा सटीक डाटा का विवरण जल्द से जल्द तैयार किया जाय। सचिव आपदा प्रबन्धन ने कहा कि सभी विभाग प्रत्येक मानसून अवधि में हुई क्षति का वर्षवार डाटा तैयार करें ताकि इसका तुलनात्मक अध्ययन किया जा सके। सचिव डा. सिन्हा ने कहा कि शीघ्र ही भारत सरकार से गाइडलाइन्स में बदलाव के लिए वार्ता की जाएगी। इस सम्बन्ध में उन्होंने सभी विभागों से सुझाव मांगे हैं. उन्होंने विशेषकर कृषि विभाग को आपदाओं के कारण फसलों की प्रोडेक्टिविटी लॉस के अध्ययन के निर्देश दिए हैं. बैठक में अपर सचिव सविन बंसल, नवनीत पाण्डेय, डा. अमनदीप कौर व तमाम विभागों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे.