25 अप्रैल को मलेरिया दिवस, कुछ वर्षों में 99.11 प्रतिशत गिरावट दर्ज हुई

*विश्व मलेरिया दिवस पर प्रदेशभर में आयोजित होंगीे गोष्ठिः डाॅ0 धन सिंह रावत*

*मलेरिया उन्मूलन के प्रति लोगों को किया जायेगा जागरूक*

*मलेरिया मुक्त हुये पर्वतीय जनपद, तराई क्षेत्र के जनपदों पर विभाग का फोकस*

देहरादून, 24 अप्रैल 2022, विश्व मलेरिया दिवस के अवसर पर 25 अप्रैल को प्रदेशभर में स्वास्थ्य विभाग द्वारा जागरूकता गोष्ठियां आयोजित की जायेंगी। जिनमें लोगों को मलेरिया उन्मूलन के प्रति जागरूक किया जायेगा। प्रदेश को मलेरिया मुक्त करने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित अभियान को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिये गये हैं।

चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डाॅ0 धन सिंह रावत ने मीडिया को जारी एक बयान में कहा कि आगामी 25 अप्रैल को विश्व मलेरिया दिवस के अवसर पर प्रदेशभर में स्वास्थ्य विभाग द्वारा जागरूकता गोष्ठियां आयोजित की जायेंगी। जिनमें लोगों को मलेरिया उन्मूलन के प्रति जागरूक किया जायेगा। उन्होंने कहा कि ‘मलेरिया रोग के नियंत्रण एवं जान-माल की हानि को रोकने लिए नई पहल एवं नई सोच का उपयोग’ थीम के अंतर्गत जनपद स्तर पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा जागरूकता कार्यक्रम संचालित किये जायेंगे। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड मलेरिया रोग नियंत्रण में अग्रणी राज्यों में शुमार है। विभागीय मंत्री ने बताया कि राज्य में मलेरिया उन्मूलन अभियान के सफल संचालन के फलस्वरूप विगत वर्षों में सूबे में मलेरिया रोगियों की संख्या में 99.11 प्रतिशत गिरावट दर्ज की गई। वर्ष 2014 में राज्य में कुल 1466 केस दर्ज किये गये थे जिसके सापेक्ष वर्ष 2021 में मलेरिया के मात्र 13 रोगी सामने आये। उन्होंने कहा कि राज्य में मलेरिया रोग के पूर्णता उन्मूलन के लिए विभागीय अधिकारियों को निर्देश दे दिये गये हैं। डाॅ0 रावत ने बताया कि राज्य के अधिकांश पहाड़ी जनपद मलेरिया मुक्त हैं, सिर्फ तराई क्षेत्र के जनपदों के कुछ क्षेत्र में ही मलेरिया सिमट कर रह गया है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में राज्य के छह जनपदों यथा अल्मोड़ा, बागेश्वर, चमोली, पिथौरागढ़, रूद्रप्रयाग एवं उत्तरकाशी में मलेरिया रोगियों की संख्या शून्य पाई गई है। इन जनपदों की मलेरिया मुक्त सार्टिफिकेशन की प्रक्रिया गतिमान है। इसके साथ ही वर्ष 2021 में देहरादून, पौड़ी, टिहरी एवं ऊधमसिंह नगर में भी मलेरिया रोगियों की संख्या शून्य पाई गई। जबकि प्रदेश के तीन जनपद चम्पवात, हरिद्वार एवं नैनीताल को मलेरिया उन्मूलन जनपदों की श्रेणी में रखा गया है और इन जनपदों को मलेरिया मुक्त बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रयास किये जा रहे हैं।

*टीबी मुक्त उत्तराखंड के लिए ‘जीत-2’ अभियान का शुभारम्भ करेंगे स्वास्थ्य मंत्री*

प्रदेश को टीबी मुक्त बनाने के लिए राज्य सरकार लगातार प्रयासरत है। इसी क्रम में 25 अप्रैल को प्रदेश के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डाॅ0 धन सिंह रावत ‘जीत-2’ अभियान का शुभारम्भ करेंगे। इस अभियान मुख्य उद्देश्य राज्य में टीबी रोगियों को चिन्हित कर उन्हें सही उपचार देना है। अभियान के अंतर्गत टीबी रोग की जांच एवं उपचार सेवा निःशुल्क उपलब्ध करायी जाती है। पीएमटीपीटी राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत राज्य के समस्त जनपदों में जीत-2 अभियान को शुरू किया जायेगा।

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