देहरादून, स्मार्ट सिटी की इलेक्ट्रानिक बसों के पहिए थमे. पहले कंडक्टरों ने हड़ताल की थी. अब ड्राइवरों ने हड़ताल शुरू कर दी है. दरअसल, चालकों की मांग है कि उनकी जो सैलरी तय हुई थी, उसके अनुरूप कंपनी उन्हें पीएफ काट कर नहीं दे रही है. 4 महीनों से पीएफ कट रहा है या नहीं, इसका भी कोई जिक्र नहीं है. इसके अलावा कंपनी सैलरी में भी महीने के 10 से 15 तारीख तक देती है. जिससे घर परिवार का गुजर-बसर कर पाना मुश्किल हो जाता है. इधर, स्मार्ट सिटी के अधिकारियों का कहना है कि ई-बसों के संचालन का करार स्मार्ट सिटी ने ओलेक्ट्रा कंपनी के साथ किया है. ऐसे में चालकों की समस्याएं संबंधित कंपनी के ही जिम्मे है. वहीं, चालकों का कहना है कि ई-बसों के संचालन के मामले में एक नहीं तीन-तीन कंपनियां काम कर रही हैं. ऐसे में वे किसे अपनी समस्याएं बताएं, इस पर संशय बना हुआ है. हालांकि, इस मसले पर स्मार्ट सिटी के अधिकारियों का कहना कि ई-बसों का संचालन केवल एक ही कंपनी को दिया गया है.