भगत सिंह कोश्यारी बने महाराष्ट्र के राज्यपाल
इस बार नैनीताल सीट से नहीं लडा था चुनाव
देहरादून, उत्तराखंड के दूसरे मुख्यमंत्री रहे और नैनीताल सीट से पूर्व सांसद रहे राज्य के भाजपा के सीनियर लीडर भगत सिंह कोश्यारी यानि भगतदा को महाराष्ट्र का राज्यपाल बनाया गया है. भगत सिंह कोश्यारी संघ से जुड़े रहे हैं. लेकिन इस बार उन्हें टिकट नहीं मिल और उन्होंने पहले ही कह दिया था कि वे चुनाव नहीं लड़ेंगे. उनकी सीट से प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अजय भट्ट को टिकट दिया. बताया जा रहा है कि इसी के चलते भगत सिंह कोश्यारी को महाराष्ट्र के राज्यपाल की जिम्मेदारी सौंपी गई है. दरअसल, चर्चा था कि राज्य के पूर्व सीएम व हरिद्वार से सांसद रमेश पोखरियाल को केंद्र में मानव संशाधन की जिम्मेदारी मिली थी. तो चर्चाएं थी कि भगत सिंह कोश्यारी को भी जल्द कोई प्रभार दिया जाएगा. लेकिन अब उन्हें महाराष्ट्र का राज्यपाल बनाया गया है. महाराष्ट्र जैसे राज्य का राज्यपाल बनाया जाना उनकी बड़ी उपलब्धि से जोड़ा जा रहा है. वैसे भी कोश्यारी लंबे समय से अनदेखी का शिकार थे. भगत सिंह कोश्यारी अपनी पार्टी के प्रति बेहद समर्पित नेता के तौर पर जाने जाते हैं. वे शांत स्वभाव के लिए पहचान रखते हैं. हालांकि उनके सांसद बनने के दौरान केंद्र सरकार ने उन्हें कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां भी सौंपी थी. इसीलिए उन्हें पार्टी ने उनको नेपाल से जुड़े कई मामलों का प्रभारी बनाया हुआ था. पंचेश्वर बांध से जुड़े मामलों के लिए भी कोश्यारी को ही नेपाल सरकार और वहां के उन संगठनों से बात करने का जिम्मा सौंपा गया था. जो परियोजना में बाधाएं पैदा कर रहे थे. पिथौरागढ़ जिले के रहने वाले कोश्यारी संघ के प्रचारक रहे. सादी, सस्ती सूती धोती, कुर्ते हाफ खादी जैकेट और खिचड़ी खाने वाले भगतदा की खास पहचान है. जिस वक्त वे पूर्व सीएम नित्यानंद के बाद उत्तराखंड के सीएम बने. उनके पास बहुत कम शासनकाल रहा. इसी दौरान चुनाव हुए तो सीएम एनडी तिवारी की सरकार अस्तित्व में आ गई.